ईरान-इजरायल

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 ईरान-इजरायल टेंशन के बीच वो 5 शेयर जिन्हें हो सकता है फायदा! क्रूड की बढ़ती कीमतें बनेंगी प्रॉफिट फैक्‍टर : से 


नई दिल्ली :  ईरान इजरायल टेंशन के बाद कच्चे तेल ( क्रूड) की किमतो में मजबूती आई है ।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बब्रेंट क्रूड और यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (WTI) करीब 90 डॉलर और 85 डॉलर प्रति बैरल के आसपास ट्रेड कर रहे हैं। तेल कीमत में बढ़ोतरी के कई प्रभाव होते हैं। कीमतों में हालिया उछाल सीधे तौर पर दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव से जुड़ा हुआ है। तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव का अलग-अलग तरह से असर पड़ रहा है । कीमतों में बढ़ोतरी संभावित रूप से कुछ शेयरों के प्रदर्शन को लाभ पहुंचा सकती है। आइए, यहां ऐसे ही 5 पांच स्टॉक के बारे में जानते हैं।



1. ऑयल इंडिया सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड  (OIL) तेल एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्टसन इंडस्ट्री की प्रमुख        कंपनी है। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ कंपनी की आय  बढ़ सकती है। इससे संभावित रूप से इसके मार्जिन में इजाफा    होने के असर है। बीएसई पर मंगलवार को यहां शेयर 0.99 फ़ीसदी की गिरावट के साथ 590.95 रुपए पर बंद हुआ।




2. इंद्रप्रस्थ गैस इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड प्रमुख गैस डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ सकती है। इससे ज्यादा इकोनॉमिकल होने के कारण लोग कंप्रेस्ड नेचुरल गैस ( सीएनजी )की ओर शिफ्ट कर सकते हैं। बीएसई पर मंगलवार को यहां से 2.32 फ़ीसदी की तेजी के साथ 447.95 पर बंद हुआ।


3. ओएनजीसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी की प्रॉफिटेबिलिटी अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों से प्रभावित हो सकती है। मुख्य रूप से इसकी सहायक कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड के ओवरऑल प्रोडक्शन में कंट्रीब्यूशन के कारण कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी पर सकारात्मक असर पढ़ने की उम्मीद है। यहां इसके रेवेन्यू को बढ़ा सकता है। शेयर ने हफ्ते का अंत पॉजिटिव नोट में किया था। हालांकि, बीएसई पर मंगलवार को यहां शेयर 0.13 फ़ीसदी की गिरावट के साथ 276.77 रुपए पर बंद हुआ।


4. इंजीनियर्स इंडियाइंजिनियर्स इंडिया सिविल इंजीनियरिंग इंडस्ट्री के एक प्रमुख प्लेयर है। कंपनी इंजीनियरिंग कंसलटेंसी और ईपीसी  सेवाओं पर फोकस्ड है। कंपनी के पास कच्चे तेल, पेट्रोलियम उत्पादों (सिंगल और मल्टी प्रोडक्ट) और स्लरी सहित पंपिंग तथा कंप्रेसर स्टेशनों को बढ़ाने की क्षमता है। मीटरिग और रेगुलेटिंग स्टेशनों के परिवहन के लिए लंबी दूरी की क्रॉस कंट्री तथा पनडुब्बी पाइपलाइन योजनाएं बनाने की बिहार क्षमता रखती है। इस प्रकार यहां अप्रत्यक्ष रूप से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से लाभान्वित हो सकती है। मंगलवार को बीएसई पर यहां शेयर 0.76 फ़ीसदी की गिरावट के साथ 207.85 रुपए पर बंद हुआ।


5. पेट्रोनेट एलएनजीपेट्रोलनेट एलएनजी एलपीजी, सीएनजी और पीएनजी की सप्लायर है। एलएनजी (लिक्वेफाइड नेचुरल गैस )की कीमतों में बढ़ोतरी या गिरावट से सीधे प्रभावित होती है। हालांकि इसमें कुछ समय का अंतराल होता है। समय अंतराल कंपनी को प्राप्तियां और इस प्रकार परिचालन लाभ में सुधार करने में मदद करता है। कच्चे तेल में बढ़ोतरी से इंग या लिक्विड फाइट नेचुरल गैस की बिक्री बढ़ जाती है। मंगलवार को बीएससी पर शेर 0.81 की गिरावट के साथ 295.35 पर बंद हुआ।



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